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उदय प्रकाश की कविता

 कविता~  एक जल्दबाज बुरी कविता में आंकड़े- 


कविता का एक वाक्य लिखने में दो मिनट लगते हैं

इतनी देर में चालीस हजार बच्चे मर चुके होते हैं

ज्यादातर तीसरी दुनिया के

 भूख और रोग से

दस वाक्यों की खराब जल्दबाज कविता में अमूमन लग जाते है

बीस से पच्चीस मिनट

इतनी देर में चार से पाँच लाख बच्चे समा जाते हैं

मौत के मुँह में

कविता अच्छी हो इतनी की कवि और आलोचक

उसे कविता कहना पसंद ना करें या उसके कई ड्राफ्ट तैयार हों

तो तब तक कई करोड़ बच्चे, कई हज़ार या लाख औरतें और नागरिक

मर चुके होते हैं निरपराध इस विश्वतंत्र मे

यानी ज्यादा मुकम्मल कविता के नीचे

एक बहुत बड़ा शमशान होता है

जितना बड़ा शमशान

उतना ही कवि और राष्ट्र महान।

           -उदय प्रकाश

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